गुलज़ार अहमद
कहते है सड़के देश के विकास को गति प्रदान करती है। आज कल हमारे जन जीवन मे उत्तम सड़के एवं बेहतर यातायात के साधन आजाने से मीलो दूरी की यात्रा अब एक छोaटे से कदमो मे सिमट कर रह गयी है।एक जमाना था जब लोग डुमरियगंज से लखनऊ के लिए सुबह सुबह निकलते थे और देर शाम को ही लखनऊ पहुचना नसीब होता था। उबड़ खाबड़ सड़को के साथ डग्गामार बसो से यात्रा करना लोगो के लिए डुमरियगंज से लखनऊ का सफर तय करना किसी युद्ध लड़ने से कम नही था। डुमरियगंज क्षेत्र से लोग अमूमन या तो मुम्बई जाने के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए या फिर इलाज़ एवं उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए लखनऊ का सफर उबड़ खाबड़ सड़को के साथ डग्गामार बसो सफर करते थे। आज आलम ये है की बेहतर सड़को के साथ ट्रेन की गति को भी मात देने वाली बसे भी इसी क्षेत्र से दर्जनों की संख्या मे लखनऊ के लिए चलने लगी है। इन नई बसो के आजाने से एक तरफ यात्रा के सुलभ साधन लोगो को मुहैया हो गए है। वही दूसरी तरफ लोगो को यातायात मे हो रही परेशानियो से भी छुटकारा मिल गया है। इन बसो की स्पीड का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की आप अपना दैनिक कार्य पूरा करके एक ही दिन में लखनऊ से वापस आसकते है। इतना ही नही अब गाँव को लोगों के लिए भी लखनऊ जाना बेहद आसान हो गया है। की गाँव की बेहतर सड़को से गुज़रती हुई बसे भी लखनऊ के लिए प्रतिदिन जाती है। इसीलिए बेहतर सड़के देश के विकास को गति प्रदान करती है।